लोहा नरम हो तो औजार बन जाता है ,सोना नरम हो तो ज़ेवर बन जाता है ,मिट्टी नरम हो तो बर्तन बन जाते है ,आटा नरम हो तो रोटी बन जाती है ठीक ऐसे ही इंसान भी नरम हो तो सभी का स्नेही बन जाता है !!!

लोहा नरम हो तो औजार बन जाता है ,सोना नरम हो तो ज़ेवर बन जाता है ,मिट्टी नरम हो तो बर्तन बन जाते है ,आटा नरम हो तो रोटी बन जाती है ठीक ऐसे ही इंसान भी नरम हो तो सभी का स्नेही बन जाता है !!!

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